दोस्तों, IPL 2025 में कुछ मज़ेदार होने वाला है रात के मैचों में दूसरी पारी में अब 2 नई गेंदें इस्तेमाल होंगी। पहले 10 ओवर तक एक गेंद, फिर 11वें ओवर से दूसरी ताजी गेंद, वो भी अंपायरों की मर्जी से। ये बड़ा फैसला IPL गवर्निंग काउंसिल ने गुरुवार को लिया है। ओस से परेशान गेंदबाजों को राहत देने का ये नया तरीका है। चलो, इस नियम से क्या-क्या बदलने वाला है, 4 बड़े असरों को आसानी से समझते हैं।
ओस की टेंशन खत्म
भई, रात के मैचों में ओस तो गेंदबाजों का दुश्मन नंबर वन रही है। गेंद गीली हो जाए तो न स्पिनर कुछ कर पाते हैं, न पेसर को स्विंग मिलती है। ऊपर से बल्लेबाज बड़े-बड़े शॉट्स मारते हैं। अब 10 ओवर बाद नई गेंद आने से ओस का डर थोड़ा कम हो जाएगा। गेंदबाजों को अब खेलने का मौका मिलेगा, न कि सिर्फ ओस से हारने का!
टॉस का दांव अब फीका
अरे, अभी तक तो टॉस जीतना मतलब आधा मैच जीतना जैसा था। सब पहले गेंदबाजी चुनते थे, ताकि बाद में ओस से उनकी बैटिंग चमक जाए। लेकिन अब ये नई गेंद का नियम टॉस के मज़े को थोड़ा कम कर देगा। ओस हो या न हो, गेंदबाजों के पास नई गेंद होगी, तो टॉस की वो पुरानी चाल अब शायद न चले।
पेसरों की चलेगी मौज
अब पेसरों की बात करते हैं। 11वें ओवर से नई गेंद आएगी तो पेसर तो खुश हो जाएंगे। नई गेंद से स्विंग होगी, सीम मूवमेंट होगा, और बल्लेबाजों की हालत टाइट। टीमें दूसरी पारी में पेसरों को ज्यादा खिलाएंगी। बेचारे स्पिनर शायद थोड़ा पीछे रह जाएं, क्योंकि नई गेंद पर स्पिन कराना आसान नहीं होगा।
मिडिल ऑर्डर की हालत खराब
अब बल्लेबाजों की सुन लो। मान लो 10 ओवर तक सेट हो गए, बड़े शॉट्स की प्लानिंग कर रहे हो, और तभी 11वें ओवर में नई गेंद आ गई। ये तो वैसा ही है जैसे फिर से पारी शुरू कर दी! स्विंग और उछाल वाली नई गेंद को खेलना मिडिल ऑर्डर के लिए टेढ़ी खीर होगी। बड़े स्कोर की उम्मीदें शायद थोड़ी मुरझा जाएं।
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