Bike Servicing में की ये गलती तो पछताओगे! इंजन से लेकर जेब तक पड़ सकता है भारी असरअगर आप भी रोज़ाना बाइक से ऑफिस, मार्केट या कॉलेज जाते हैं, तो ये खबर आपके बहुत काम की है। सिर्फ हेलमेट पहनना और राइड करना ही काफी नहीं है – बाइक की देखभाल भी उतनी ही जरूरी है। खासकर उसकी सर्विसिंग समय पर कराना, वरना आपकी बाइक धीरे-धीरे खुद जवाब देने लगती है।
अब सवाल उठता है – सर्विसिंग कब करानी चाहिए? क्या हर बार मैकेनिक की सलाह पर चलना ठीक है या कोई फिक्स रूल है?
हर 2000 किलोमीटर पर सर्विसिंग जरूरी!
जानकारों की मानें तो बाइक की सर्विसिंग हर 2000 किलोमीटर के बाद ज़रूर करानी चाहिए। इससे बाइक का इंजन लंबे समय तक स्मूद चलता है, माइलेज अच्छा बना रहता है और ओवरऑल परफॉर्मेंस भी शानदार रहती है।
नई बाइक खरीदने वालों को ध्यान रखना चाहिए कि पहली सर्विस 500 से 750 किलोमीटर के बीच कराना ज़रूरी होता है। अगर किसी वजह से 2000 किमी पर सर्विसिंग नहीं हो पाई तो 2500 किमी तक हर हाल में कराएं। लेकिन इससे ज़्यादा देरी भारी नुकसान दे सकती है।
देरी से कराई सर्विसिंग तो इतने हजार तक लग सकता है झटका
अगर आपने बाइक की सर्विस में लापरवाही बरती, तो कुछ ही दिनों में आपको इसके नुकसान दिखने लगेंगे।
- अगर पिस्टन खराब हुआ तो आपको करीब ₹3000 तक खर्च करना पड़ेगा।
- क्लच और पिस्टन दोनों की मरम्मत में ₹4500 तक लग सकते हैं।
- और अगर इंजन ही खराब हो गया तो झटका और बड़ा – ₹6000-₹7000 तक का बिल आ सकता है।
यानि जो सर्विस ₹300-₹500 में हो सकती है, वो आपको हजारों का नुकसान दे सकती है।
सर्विसिंग में क्या-क्या होता है?
बाइक की सर्विसिंग सिर्फ तेल बदलना नहीं होती – इसमें पूरी जांच होती है।
- इंजन ऑयल और ऑयल फिल्टर बदले जाते हैं
- एयर फिल्टर को साफ या रिप्लेस किया जाता है
- चेन की सफाई और टाइटनिंग होती है
- इलेक्ट्रिकल वायरिंग, ब्रेक्स और बैटरी की जांच होती है
अगर आपकी बाइक से धुआं निकल रहा है, माइलेज घट गया है, या इंजन ज्यादा आवाज कर रहा है – तो समझ लीजिए ये बाइक का इशारा है कि उसे सर्विस चाहिए।
हमारी सलाह
बाइक को समय पर सर्विस कराना सिर्फ इंजन की सेहत के लिए नहीं, आपकी जेब के लिए भी फायदेमंद है। थोड़ी सी लापरवाही आपकी मेहनत की कमाई पर भारी पड़ सकती है।”